
fastag क्या है? ये कैसे काम करता है।
सबसे पहले जानते है की fastag होता क्या है –
fastag एक redio फ्रीक्युएंसी आइडेंटिफिकेशन टेक्नोलॉजी है। जिसके तहत अपने वाहन को बिना रोके टोल पेमेंट किया जाता है।यह एक बार कोड होता है जो आपके गाड़ी के सामने चिपका होता है। ये जैसे ही टोल से गुजरती है टोल पे लगा स्कैनर इसे स्कैन कर लेता है और आपके फास्टैग अकाउंट से आपका टोल फीस पे हो जाता है। इससे पहले आपको लाइन में लग कर टोल फीस अदा करना पड़ता था जिससे काफी दिक्कत और टाइम भी लगती थी।
सड़क एवं परिवहन मंत्रालय ने टोल प्लाजा में टोल टैक्स देने के लिए लगने वाली गाड़ियों की लम्बी लाइन और खुले पैसे की समस्या को हल करने के लिए फास्टैग सिस्टम को देश के कई टोल प्लाजाओं पर शुरू किया है। फास्टैग की मदद से आपका समय बचेगा ही उसके साथ-साथ आपके पेट्रोल या डीजल की भी बचत होगी।
fastag कहा से ले सकते है।
फास्टैग को देश के अलग-अलग बैंकों और इंडियन हाईवे मैनेजमेंट कंपनी (IHMCL ) या राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण (NHAI ) द्वारा जारी 28,500 केन्द्रो से ले सकते है। इसमें राष्ट्रीय राजमार्ग के सभी टोल , आरटीओ, परिवहन केन्द्र, बैंक की शाखाएं, और कुछ पेट्रोल पंप आदि शामिल हैं।
वहीं आप CAR /ज़ीप /VAN आदि के लिए फास्टैग ऑनलाइन सेलिंग वेबसाइट अमेजन और कई बैंकों जैसे SBI , ICICI ,AXIS , PAYTM BANK , आदि की वेबसाइट पर जाकर ऑनलाइन ले सकते है।
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आपके मोबाइल में sms के जरिये भुगतान की जानकारी मिल जाएगी।
जब भी आप fastag लगे वाहन से किसी टोल प्लाजा से गुजरेंगे , तो fastag अकाउंट से आपका शुल्क कटते ही आपके मोबाइल में एक sms आ जाएगा. sms के माध्यम से आपके फास्टैग अकाउंट से कितनी राशि काटी गई है उसकी जानकारी मिल जाएगी।
fastag रीचार्ज कैसे करे।
आप creadit कार्ड, debit कार्ड, rtgs और net banking के माध्यम से अपने fastag अकाउंट को रिचार्ज कर सकते हैं। fastag खाते में आप कम से कम 100 रूपए और ज्यादा से ज्यादा 1 लाख तक रिचार्ज कर सकते है। आप किसी भी प्वाइंट ऑफ सेल (POS ) के तहत आनेवाले टोल प्लाजा और एजेंसी में जाकर अपना fastag अकाउंट खुलवा सकते हैं।
फास्टैग अकांउट खोलाने के वक्त निम्नलिखित दस्तावेजों की आवश्यकता पड़ेगी,
- वाहन के पंजीकरण प्रमाण पत्र (RC )
- मालिक के पासपोर्ट साइज फोटो
- वाहन मालिक के केवाईसी दस्तावेज मतलब अड्रेस प्रूफ ,
1 दिसंबर 2019 से नेशनल हाईवे टोल प्लाजा पर fastag के बिना अगर कोई भी वाहन “fastag लेन” में प्रवेश करता है , तो उसे दोगुना टोल टैक्स देना पड़ सकता है।
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