
दोस्तों आप बचपन से ही Ration card के बारे में सुनते आये होंगे। लेकिन आप को शायद ही Ration card के बारे में पूरी जानकारी होगी। ये राशन लेने के अलावा और भी बहोत कुछ काम आता है। इसके बारे में आपको पूरी जानकारी होनी चाहिए। तो आइये हम आपको इसके बारे में कुछ जानकारी शेयर करते है।
Ration card क्या है? राशन कार्ड कितने प्रकार के होते हैं? राशन कार्ड का संक्षिप्त इतिहास। और इसे कैसे बनवाये।
हमारा प्यारा भारत देश विकास के पथ पर अग्रसर है। कुछ वर्षों में भारत ने अनेक क्षेत्रों में उल्लेखनीय कार्य किया है खासकर खाद्यान्न क्षेत्र में आत्मनिर्भरता प्राप्त कर ली है। आजादी के बाद भारत में खाद्यान्नों का अनेक शर्तों के साथ आयात करना देश की मजबूरी थी। परंतु वर्तमान समय में भारत दूसरे देशों को खाद्यान्न का निर्यात करता है । भारत देश की जनसंख्या लगभग सवा अरब है। इतनी बड़ी जनसंख्या के भरण-पोषण के लिए व्यापक स्तर पर खाद्यान्नों के भंडारण वितरण की आवश्यकता शुरू से रही रही है।
आज भारत में गरीबी, भुखमरी, कुपोषण, रक्त की कमी, आदि की गंभीर समस्या फिर भी विद्यमान है। इन सभी समस्याओं से निपटने के लिए देश के सभी राज्यों के द्वारा सैकड़ों योजनाएं व कार्यक्रम किए जा रहे हैं , उनमें से सबसे महत्वपूर्ण कार्य न्यूनतम कीमत में जन सामान्य तक खाद्यान्न सामग्री उपलब्ध कराने के उद्देश्य से अनेक कार्यक्रम प्रारंभ किए गए हैं। इसके अंतर्गत सार्वजनिक वितरण प्रणाली पीडीएस (PDS ) के माध्यम से खाद्य सुरक्षा प्रणाली कार्य है।
भारत के खाद्य वितरण भंडारण खरीदी संबंधी कार्यों के लिए भारतीय खाद्य निगम 1964 में स्थापित की गई है, जो कि उपभोक्ता मामले खाद्य और सार्वजनिक वितरण मंत्रालय के अधीन कार्यरत है। लाभार्थियों की पहचान कर उन्हें राशन कार्ड के माध्यम से खाद्य सामग्री बाजार कीमत से कम कीमत पर अर्थात छूट के माध्यम से उपलब्ध कराई जाती है।
हमारे देश को कुपोषण व भुखमरी से बचाने के लिए संसद द्वारा 10 सितंबर 2013 को राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा अधिनियम पारित किया गया। जिसमें देश के 10 करोड़ परिवारों या 65 करोड़ लोगों को खाद्य सुरक्षा देने का प्रावधान किया गया है।
Ration card क्या है?
राशन कार्ड एक कागजी प्रपत्र या राशन स्टांप है, जिसे सभी राज्य सरकारों के द्वारा जारी किया जाता है। यह सार्वजनिक वितरण प्रणाली के माध्यम से व्यक्तियों की पहचान कर खाद्यान्न प्रदान किया जाता है। खाद्यान्न उपलब्ध कराने के लिए उचित मूल्य की दुकानों की व्यवस्था की गई है। राशन कार्ड मुख्य रूप से बीपीएल, एपीएल व अंत्योदय में विभाजित है , एपीएल कार्ड प्रत्येक उन परिवारों के लिए जारी किया जाता है, जो बीपीएल कार्ड के अंतर्गत नहीं आते हैं।
Ration card का संक्षिप्त इतिहास :-
खाद्यान्न पदार्थों को सभी जनमानस के लिए सुलभता बनाने वह न्यूनतम कीमत के माध्यम से उपलब्ध कराने की प्राथमिक जिम्मेदारी प्रत्येक राष्ट्र की होती है। इसके लिए सर्वप्रथम प्रथम विश्व युद्ध के बाद इसकी आवश्यकता महसूस की जाने लगी। अमेरिका, जर्मनी, पोलैंड, रोमानिया, युगोस्लोवाकिया, फ्रांस आदि देशों से इसकी उपयोगिता को जानकर अनेक रूपों में अन्य देशों द्वारा राशन कार्ड प्रणाली को अपनाया गया। भारत में द्वितीय विश्व युद्ध के बाद राशन कार्ड प्रणाली अपनाई गई जो आज भी अनवरत जारी है।
भारत में सर्वप्रथम बंगाल प्रांत में अकाल के बाद 1940 में राशन कार्ड वितरण प्रणाली शुरू की गई थी।
Ration card कितने प्रकार के होते हैं?
लाभार्थियों की आवश्यकताओं के अनुसार उनकी पहचान कर विशेष छूट प्रदान करने के उद्देश्य से राशन कार्ड को मुख्य रूप से तीन प्रकार के कार्ड के रूप में चिन्हित किया गया है।
1. अंत्योदय राशन कार्ड :-
यह राशन कार्ड देश के सबसे गरीब श्रेणी में आने वाले रिक्तियों परिवारों के लिए बनाए जाते हैं, इसमें सबसे कम कीमत पर खाद्यान्न उपलब्ध कराया जाता है, ताकि उन परिवारों का भरण पोषण हो सके।
2. बीपीएल राशन कार्ड :-
इसे गरीबी रेखा से नीचे का कार्ड भी कहा जाता है। देश में सर्वाधिक संख्या में बीपीएल कार्ड का वितरण किया गया है। देश में लगभग 28% जनसंख्या बीपीएल अर्थात गरीबी रेखा से नीचे आते हैं उन्हें भी कम कीमत पर खाद्यान्न उपलब्ध कराया जाता है।
3. एपीएल राशन कार्ड :-
यह राशन कार्ड उन परिवारों या व्यक्तियों के लिए जारी किया जाता है, जो बीपीएल कार्ड के अंतर्गत नहीं आते हैं अर्थात गरीबी रेखा से ऊपर जीवन यापन करने वाले परिवारों के लिए यह राशन कार्ड जारी होता है। एपीएल राशन कार्ड के तहत बाजार कीमत के खाद्यान्न से कुछ कम कीमत पर राशन उपलब्ध कराया जाता है।
इसके साथ ही समय-समय पर अनेक राज्यों द्वारा प्राथमिकता राशन कार्ड, अन्नपूर्णा राशन कार्ड, निराश्रित एवं निशक्त जनों हेतु अलग-अलग राशन कार्ड भी जारी किया जाता है।
Ration card से प्राप्त होने वाले खाद्य पदार्थ एवं वस्तुएं :-
केंद्र सरकार के निर्देश पर राज्य सरकारें अनेक खाद्य पदार्थों एवं आवश्यक वस्तुओं को सार्वजनिक वितरण प्रणाली के माध्यम से वस्तुएं एवं खाद्यान्न कम कीमत पर उपलब्ध कराए जाते हैं जो निम्नलिखित हैं-
1.चावल
2.गेहूँ
3.मोटे अनाज
4.चना-दाल
5.नमक
6.शक्कर
7.चना
8.मिट्टी का तेल।
उपयुक्त वस्तुओं के अलावा आवश्यकतानुसार राज्य सरकारें आदिवासी क्षेत्रों पिछड़े क्षेत्रों में जरूरी वस्तुएं पीडीएस के माध्यम से उपलब्ध कराते हैं।

Ration card से प्राप्त होने वाले खाद्यान्नों की कीमतें :-
राशन कार्ड से जितनी भी वस्तुएं कार्ड धारक को प्राप्त होती हैं उन खाद्यान्न वस्तुओं की कीमतों का निर्धारण केंद्र एवं राज्य सरकारों द्वारा किया जाता है जो न्यूनतम होता है। कीमतों का निर्धारण करते समय अनेक महत्वपूर्ण तथ्यों को ध्यान में रखकर किया जाता है।
लाभार्थियों की पहचान कौन करते हैं-
Ration card स्थानीय प्रशासन द्वारा यथा ग्राम पंचायत जनपद पंचायत नगर पंचायत नगर पालिका नगर निगम आदि निकायों द्वारा लाभार्थियों की पहचान की जाती है।
Ration card बनवाने हेतु कौन-कौन से कागजात की जरूरत होती है?
1.पहचान हेतु जरूरी पहचान पत्र ड्राइविंग लाइसेंस, मतदाता पहचान पत्र, आधार कार्ड आदि।
2. पता प्रमाण हेतु बिजली बिल, टेलीफोन बिल, जलापूर्ति बिल आदि।
3. परिवार के सदस्यों की संपूर्ण जानकारी एवम् जरूरी दस्तावेज।
4. पूरे परिवार के सदस्यों के दो पासपोर्ट साइज की फोटो आवेदन पत्र के साथ जमा किया जाता है।
5. कुछ लोगों के द्वारा हलफनामा भी पेश किया जाता है।
Ration card के लिए आवेदन कैसे करें?
1. आवेदन पत्र राशन कार्ड कार्यालय से प्राप्त करें या ऑनलाइन डाउनलोड कर सकते हैं। बीपीएल व एपीएल कार्ड के लिए अलग-अलग आवेदन पत्र उपलब्ध होते हैं।
2. जरूरी कागजात आवेदन के साथ संलग्न करें साथ ही अगर हो तो आय प्रमाण पत्र संलग्न करना ना भूलें।
3. आवेदन पत्र को अत्यंत सावधानी पूर्वक पूर्ण रूप से भरें।
4. आवेदन पत्र को संबंधित कार्यालय या संबंधित अधिकारी के पास जमा करें और पावती लें।
5. पावती की पर्ची प्राप्त करने के बाद समय-समय पर आवेदन की स्थिति की जानकारी ऑनलाइन या कार्यालय में जाकर प्राप्त करते रहें।
6. विभाग द्वारा जरूरी सत्यापन के बाद Ration card बनाकर आपके पते में 20 दिनों के भीतर या कार्यालय अथवा संबंधित अधिकारियों के पास भेज दिया जाता है आप वहां जाकर पर्ची दिखा कर Ration card प्राप्त कर सकते हैं, और अगले माह से खाद्यान्न उचित मूल्य दुकान पर जाकर प्राप्त कर सकते हैं।
अगर Ration card बनने में विभाग द्वारा देरी हो तो क्या करें?
Ration card आवेदन करने के बाद भी तय समय पर ना प्राप्त होगे तो संबंधित विभाग को पत्र के माध्यम से अपने आवेदन की स्थिति जान सकते हैं और तत्काल बनवाने हेतु निवेदन कर सकते हैं।
Ration card हेतु ऑनलाइन आवेदन कैसे करें?
Online राशन कार्ड बनवाने हेतु प्रत्येक राज्य की अपनी खाद्य आपूर्ति और उपभोक्ता मामले का विभाग होता है जिसकी अपनी साइट होती है। ऑनलाइन उस साइट पर जाकर लिंक में क्लिक कर होम पेज पर ई राशन कार्ड के ऑप्शन पर बटन दबाएं और क्लिक करें। सभी विवरण को ध्यान से भरें और सम्मिट करने के कुछ दिनों के पश्चात सत्यापन के बाद आप को आपके पते पर Ration card प्राप्त हो जाएगा।
वन नेशन वन कार्ड योजना क्या है? यह आपके लिए कैसे उपयोगी साबित हो सकती है?
केंद्र सरकार द्वारा एक राष्ट्र एक कार्ड योजना 1 जून 2020 से लागू करने का विचार कर रही है। इस योजना के तहत कोई भी कार्ड धारक देश के किसी भी कोने से किसी भी राज्य से राशन ले सकेगा। अनेक प्रकार के कार्ड बनवाने से मुक्ति मिलेगी साथ ही अनियमितता व भ्रष्टाचार को नियंत्रित किया जा सकेगा।
बायोमेट्रिक प्रणाली Ration card में कैसे उपयोगी है?
फरवरी 2018 से देश के सभी राज्यों के द्वारा बायोमेट्रिक सिस्टम प्रणाली सभी उचित मूल्य की दुकानों में लगाए गए हैं, इसका उद्देश्य कार्ड धारक की वास्तविक पहचान करना और फर्जी कार्यों पर अंकुश लगाना है। ऑपरेशन ब्लैक 2013 में यह पाया गया था की दूसरे व्यक्ति किसी और का राशन ले जा रहे हैं। कंप्यूटर करण के बावजूद ऐसी विसंगतियां आ रही थी इससे दूर करने के लिए यह प्रणाली अपनाई गई है।
Ration card का नवीनीकरण कैसे करें?
प्रशासन द्वारा समय-समय पर कार्ड के नवीनीकरण के लिए कहा जाता है। कार्ड धारक अपने जरूरी दस्तावेज व् पुराने Ration card के साथ संबंधित कार्यालय में कहने पर जमा करा दें एवं पावती लेना ना भूलें कुछ दिनों के बाद राशन कार्ड का नवीनीकरण हो जाएगा और आपके पते पर या आप स्वयं जाकर अपना Ration card प्राप्त कर सकते हैं।
Ration card संबंधित समस्याओं की शिकायत कहां करें?
कार्ड धारक को Ration card संबंधी कोई भी समस्या आने पर वह संबंधित विभाग की साइट से नंबर व संपर्क स्थापित कर अपनी समस्या से अवगत करा सकता है। उनकी समस्याओं का निराकरण जल्द ही किया जाता है।
Ration card का अन्य उद्देश्य हेतु प्रयोग कहां करें?
Ration card का मुख्य उद्देश्य लोगों को कम कीमत पर खाद्यान्न उपलब्ध कराना ही है परंतु इस Ration card से आप अनेक पहचान संबंधी दस्तावेज के रूप में प्रयोग कर सकते हैं। जैसे गैस कनेक्शन , पैन कार्ड बनवाने ,आधार कार्ड बनवाने ,लैंडलाइन या सिम लेने के लिए ऐसे बहोत सारे जगहों में इसका इस्तेमाल किया जा सकता है।
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